जाने कब जाएगी ये आदत मेरी
रूठना तुमसे और औरों से उलझते रहना
Jane kan jayegi ye aadat meri
Roothna tumse aur auron se uljhte rahna
आँख से दूर न हो दिल से उतर जाएगा
वक़्त का क्या है गुज़रता है गुज़र जाएगा