तेरा बार बार रूठना मुझे अच्छा लगता है
पर क्या तुझे भी मेरा मनाना अच्छा लगता है।।
Kyun kisi ki yaadon mein roya jaye,Kyub kisi ke khayalo mein khoya jaye,Mera to yakeen hai,Bahar mausam bahut kharab hai,Kyun na razai tankar soya jaye.
तुझको खुदा ने रुक-रुक बनाया,
पूरी ज़माने की खुदाई तुझ में ही भर दी,
हर अंग तेरा जैसे ,
रह-रह तू बरसे सावन महीना…
ये वर्ष आपके लिए खुशियों का नगर हो,
क्या बखूबी हो हर एक खुशी आपकी अगर हो.
हर रात फुर्सत के नए गीत सुनाए,
लम्हों के लबों पे भी शबनम का असर हो.
मुझको ढूंढ लेती है रोज़ एक नए बहाने से तेरी याद वाक़िफ़ हो गयी है मेरे हर ठिकाने से