बचपन कोरे कागज़ की तरह होता हैं, जिस रंग से भरोगे वैसा ही दिखेगा.
इसलिए अपने बच्चों के जीवन में सही संस्कार से भरना चाहिए
आज का सुविचार
बैंक मैनेजर:
कैश खत्म हो गया है कल आना
संता:
लेकिन मुझे मेरे पैसे अभी चाहिये
मैनेजर:
देखिये आप गुस्सा मत करिये,
शांति से बात कीजिये..
ठीक है बुलाओ शांति को,
आज उसी से बात करूँगा !
धागा एक बार टूट जाये तो फिर से जोड़ने पर भी गाँठ पड़ ही जाती है
उसी तरह रिश्ते एक बार टूट जाये तो फिर से जोड़ने में एक गाँठ बन ही जाती है
ज़िन्दगी के हाथ नहीं होते..
लेकिन कभी कभी वो ऐसा थप्पड़ मारती हैं जो पूरी उम्र याद रहता हैं.
सारे सबक किताबों में नहीं मिलते यारो
कुछ सबक जिंदगी भी सिखाती है