सर्दी और गर्मी के उज़्र नहीं चलते
मौसम देख के साहब इश्क़ नहीं होता
सुना है, खुदा के दरबार से कुछ फ़रिश्ते फरार हो गए,
कुछ तो वापस चले गए, और कुछ हमारे यार हो गए
लाखों तूफान उठे है इस दिल में
तुजे देखने के बाद
काश
जुल्फों की काली घटाओं से ढक पाऊ
ये चाँद सा चेहरा तेरा
इस रिश्ते को ऐसे ही बनाये रखना
दिल में अपनी यादों के चिराग जलाये रखना
बहुत प्यारा सफर रहा 2020 में आपके साथ
बस ऐसा ही 2021 में भी बनाये रखना।
नए साल की शुभकामनाएं
उसके नर्म हाथों से फिसल जाती है चीज़ें अक्सर ….,
मेरा दिल भी लगा है उनके हाथो , खुदा खैर करे …