टीचर – अच्छा तो बच्चों
आज मैं तुम्हारा टेस्ट लूंगी
टीचर – बंटू कबीर दास का
एक दोहा सुनाओ
बंटू –
कबीर दास है बाबरो, दोहा गयो बनाय
खुद तो कबको चली गयो, हमको गयो फसाय
टीचर बेहोश
साला हम मछली हो गए हैं
हाथ लगाओ डर जाएंगे
बाहर निकालो मर जाएंगे
मारवाडी को फांसी की सजा सुनाई गयी ..जज ने पूछा- कोई आखिरी ख्वाहिश?मारवाडी – म्हारी जगह थे लटक जाओ!!
टीचर ने बच्चे की काँपी पर नोट लिख
कर भेजा/
~~
कृपया बच्चोँ को नहला कर भेजा करेँ
जवाब में बच्चे की माँ ने लिखा
कृपया बच्चों को पढ़ाया करें
सूंघा न करें |
8 से 9 महिने तक तुमने मुझे अवोईड किया,
लेकिन अब तुम मुझे ओर दूर नहीं रख सकते,
आज नहीं तो कल अपनी बाहों में मुझे जरूर लोगे,With Love…तुम्हारी पुरानी…“स्वेटर”