विज्ञापनो की मम्मी कितनी अच्छी होती है.
बच्चे कपड़े गंदे करके आए तो भी हँस के धोती है.
बचपन में जब हम कपडे गंदे कर के आते थे,
तो पहले हम धुलते थे,
बाद में कपड़े!!
महाकंजूस सेठ अपने बच्चों से बोला,
कंजूस – जो आज शाम खाना नहीं खायेगा
उसे मैं 10 रुपये दूंगा
तीनों बेटे 10-10 रुपये लेकर बिना खाना खाये सो गए
कंजूस सुबह बोला –
अब जो 10 रुपये देगा
केवल उसी को नाश्ता मिलेगा
बच्चे परेशान
ये बाप है या नरेंद्र मोदी