मुस्कुराहट का कोई मोल नही होता है, रिश्तों का कोई तोल नही होता है, इंसान तो मिल जातें है हमे हर मोड़ पर, लेकिन हर कोई आप की तरह अनमोल नही होता है।
जिस प्रभात से, परमात्मा का स्मरण हो जाये,
वह प्रभात, सुप्रभात हो जाता है।
सुबह-सुबह उन्हें सताना अच्छा लगता है,
सुबह-सुबह उन्हें नींद से उठाना अच्छा लगता है,
मोबाइल उठाकर हमारे मैसिज पड़ लेना,
सुबह-सुबह गुड मॉर्निंग भेजना हमे अच्छा लगता है।
किसी ने मुझे कहा की तुम हर रोज,
सुबह सुप्रभात करके सबको याद करते हो,
तो क्या वो भी तुम्हे याद करते है मेंने कहा,
मुझे रिश्ता निभाना है मुकाबला नहीं करना!
Good Morning
Ujalon mein reh kar andhera mangta hoon
Raat ki chandni se savera mangta hoon
Daulat shohrat ki nahi jarurat
Main to har sans me tera basera mangta hu.