वो कहता है… कि मजबूरियां हैं बहुत…
साफ लफ़्ज़ों में खुद को बेवफा नहीं कहता।
उसके साथ रहते रहते हमे चाहत सी हो गयी,उससे बात करते करते हमे आदत सी हो गयी,एक पल भी न मिले तो न जाने बेचैनी सी रहती है,दोस्ती निभाते निभाते हमे मोहब्बत सी हो गयी!
फूल खिलें गुलशन में खूबसूरती नज़र आएगी,
बीते साल की चटपटी यादें साथ रह जाएगी,
आओ मिलकर जश्न मनाएं नए साल का
नए साल की पहली सुबह, ख़ुशियाँ अनगिनत लाएगी
नए साल की हार्दिक शुभकामनाएं 2021
लाखों तूफान उठे है इस दिल में
तुजे देखने के बाद
काश
जुल्फों की काली घटाओं से ढक पाऊ
ये चाँद सा चेहरा तेरा