अंधेरा कितना भी हो,एक दीये से हार जाता है,एक जुगुनू भी अँधेरे में,उम्मीद,रौशन कर जाता है l
अगर तुमसे कोई पूछे बताओ ज़िन्दगी क्या है,हथेली पर जरा सी राख़ रखना और उड़ा देना।
हम है वफ़ा के पुजारी , हरदम वफ़ा करेंगे,
एक जान रह गयी है , इससे भी तुम पर फ़िदा करेंगे.
अल्लाह करे तुमको भी हो चाह किसी की,
फिर मेरी तरह तू भी, राह देखे रहा किसी की
Dil hi dil mein hum unse pyar karte hain
Aaj es propose day pe apni mohabbat ka izhar krte hain.
Tu hasi chand kisi aur ka sahi
Par tu mere andhere ki roshni he…