इस कदर तुझ से प्यार हुआ,की हम बन बैठे आशिकतुम ही बता दो ए बेवफा,क्या कमी थी मेरे प्यार में आखिर….
इस कदर तुझ से प्यार हुआ,
की हम बन बैठे आशिक
तुम ही बता दो ए बेवफा,
क्या कमी थी मेरे प्यार में आखिर….
चंदन की लकड़ी फूलों का हार,अगस्त का महीना सावन की फुहार,भैया की कलाई बहन का प्यार,मुबारक हो आपको रक्षा-बंधनका त्यौहार।
Mujhe Baahon Mein Bikhar Jaane Do
Apni Mushkabaar Saason Se Mehek Jaane Do,
Dil Machalta Hai Aur Saans Rukti Hai
Ab Toh Seene Mein Aaj Mujhe Utar Aane Do!!!
Hum toh fanaah ho gaye uski ankhen dekh kar Ghalib,Na jane woh Aaina kaise dekhte honge.
बदलना आता नहीं हमें मौसम की तरह,
हर इक रुत में तेरा इंतज़ार करते हैं,
ना तुम समझ सकोगे जिसे क़यामत तक,
कसम तुम्हारी तुम्हें इतना प्यार करते हैं।