Jaane Kyun Doob Jata Hun Har Bar Inhein Dekh Kar,Ek Dariya Hain Ya Poora Samandar Hain Teri Aankhein.
Jaane Kyun Doob Jata Hun Har Bar Inhein Dekh Kar,
Ek Dariya Hain Ya Poora Samandar Hain Teri Aankhein.
किसी को क्या बताये की कितने मजबूर हू ,
चाहा था सिर्फ एक तुमको और तुमसे ही दूर हू .
काश कोई हम पर भी इतना प्यार जताती,
पीछे से आकर वो हमारी आँखों को छुपाती,
हम पूछते की कौन हो आप …??
और वो मुस्करा कर खुदको हमारी जान बताती.
फिर वही फ़साना अफ़साना सुनाती हो
दिल के पास हूँ कह कर दिल जलती हो
बेक़रार है आतिश इ नज़र से मिलने को
तो फिर क्यों नहीं प्यार जताती हो…!!
Kisi Aashiq Ne Kya Khub Kaha Hai,Khamoshi Ko Ikhtiyaar Kar Lena,Apne Dil Ko Bekarar Kar Lena,Zindagi Ka Asli Dard Lena Ho To..Kisi Se Bepanah Pyar Kar Lena…
Kisi Aashiq Ne Kya Khub Kaha Hai,
Khamoshi Ko Ikhtiyaar Kar Lena,
Apne Dil Ko Bekarar Kar Lena,
Zindagi Ka Asli Dard Lena Ho To..
Kisi Se Bepanah Pyar Kar Lena…
ये ना पूछ कितनी शिकायतें हैं तुझसे ऐ ज़िन्दगी,
सिर्फ इतना बता की तेरा कोई और सितम बाक़ी तो नहीं।