जिन यादों को आज आप भूल गए उन्ही यादों को याद कर बार बार रोया हूँ तेरे भूल जाने के बाद भी आज तक में उन्ही यादों में खोया हूँ।
जिन यादों को आज आप भूल गए
उन्ही यादों को याद कर बार बार रोया हूँ
तेरे भूल जाने के बाद भी आज तक में
उन्ही यादों में खोया हूँ।
Hum toh fanaah ho gaye uski ankhen dekh kar Ghalib,Na jane woh Aaina kaise dekhte honge.
दिल से रोये मगर होंठो से मुस्कुरा बेठे,यूँ ही हम किसी से वफ़ा निभा बेठे,वो हमे एक लम्हा न दे पाए अपने प्यार का,और हम उनके लिये जिंदगी लुटा बेठे..
Na Pocho Ke Meri Manjil Kaha Hai
Abhi To Safar Ka Irada Kiya Hai
Na Haronga Hosla Umar Bhar
Ye Mene Kisi se nahi khud se vadha kiya hai…
अपने साये से भी अश्कों को छुपा कर रोना
जब भी रोना तो चिरागों को बुझा कर रोना
जहाँ चोट खाना वहां मुस्कुराना
मगर इस अदा से के रोये सारा ज़माना