दिल बेकरार का ...करार ढूँढू या तेरी खबर जो दे .. वो अख़बार ढूँढू तेरी गफलतों का जो इकरार देदे बता कहा वो ... इस्तहार ढूँढू
दिल बेकरार का ...करार ढूँढू
या तेरी खबर जो दे .. वो अख़बार ढूँढू
तेरी गफलतों का जो इकरार देदे
बता कहा वो ... इस्तहार ढूँढू
तूने रुख से नक़ाब क्या उठाया,
कम्बखत दिल मुँह को होने लगा,
शर्मा कर , सितारे हैं छुपने लगे,
महताब बादलों से जो निकलने लगा
कुछ तो धड़कता है ,रूक रूक कर मेरे सीने में ..
अब खुदा ही जाने, तेरी याद है या मेरा दिल......
जिंदगी का हर लम्हा कुछ सिखाता है
इस साल ने भी बहुत कुछ सिखाया है
नया सीखते रहिये कभी तो काम आएगा
आपको नव वर्ष की हार्दिक शुभकामनायें
हाथ पकड़ कर रोक लेते अगर,तुझ पर ज़रा भी ज़ोर होता मेरा,ना रोते हम यूँ तेरे लिये..अगर हमारी ज़िन्दगी में तेरे सिवा कोई ओर होता..