दिल बेकरार का ...करार ढूँढू या तेरी खबर जो दे .. वो अख़बार ढूँढू तेरी गफलतों का जो इकरार देदे बता कहा वो ... इस्तहार ढूँढू
दिल बेकरार का ...करार ढूँढू
या तेरी खबर जो दे .. वो अख़बार ढूँढू
तेरी गफलतों का जो इकरार देदे
बता कहा वो ... इस्तहार ढूँढू
जिंदगी आ बैठ, ज़रा बात तो सुन,
मुहब्बत कर बैठा हूँ, कोई मशवरा तो दे
वफ़ा की ज़ंज़ीर से डर लगता है,कुछ अपनी तक़दीर से डर लगता है.जो मुझे तुझसे जुदा करती है,हाथ की उस लकीर से डर लगता है!
खामोश चेहरे पर हजार पहरे होते है,हंसती आंखों में भी जख्म गहरे होते है,जिनसे अक्सर रूठ जाते है हम,असल में उनसे ही रिश्ते गहरे होते है!
कुछ लुटकर, कुछ लूटाकर लौट आया हूँ,
वफ़ा की उम्मीद में धोखा खाकर लौट आया हूँ |
अब तुम याद भी आओगी, फिर भी न पाओगी,
हसते लबों से ऐसे सारे ग़म छुपाकर लौट आया हूँ |