धड़कन मेरी थम जाती है,
तेरी एक नज़र जो मुझपे पड़ जाती है।।
मैं तेरे हिज़ार की बरसात में कब तक भीगू!!ऐसे मौसम में तो दीवारे भी गिर जाती है..
फूल खिलें गुलशन में खूबसूरती नज़र आएगी,
बीते साल की चटपटी यादें साथ रह जाएगी,
आओ मिलकर जश्न मनाएं नए साल का
नए साल की पहली सुबह, ख़ुशियाँ अनगिनत लाएगी
नए साल की हार्दिक शुभकामनाएं 2021
बडी लम्बी खामोशी से गुजरा हूँ मै,किसी से कुछ कहने की कोशिश मे।
रात चुपचाप दबे पाँव चली जाती हैरात ख़ामोश है रोती नहीं हँसती भी नहींकांच का नीला सा गुम्बद है, उड़ा जाता हैख़ाली-ख़ाली कोई बजरा सा बहा जाता है चाँद की किरणों में वो रोज़ सा रेशम भी नहीं चाँद की चिकनी डली है कि घुली जाती हैऔर सन्नाटों की इक धूल सी उड़ी जाती है काश इक बार कभी नींद से उठकर तुम भी हिज्र की रातों में ये देखो तो क्या होता है