जीवन में तीन मंत्र हमेशा याद रखो(1) आनंद में वचन मत दीजिये(2) क्रोध में उत्तर मर दीजिये(3) दुःख में निर्णय मत लीजिये
जीवन में तीन मंत्र हमेशा याद रखो
(1) आनंद में वचन मत दीजिये
(2) क्रोध में उत्तर मर दीजिये
(3) दुःख में निर्णय मत लीजिये
आज भी मेरी फरमाइशें कम नही होती,
तंगी के आलम में भी, पापा की आँखें कभी नम नहीं होती.
किसी की बुराई तलाश करने वाले इंसान की मिसाल उस मक्खी की तरह हैजो सारे खूबसूरत जिस्म को छोडकर केवल जख्म पर ही बैठती है…
किसी की बुराई तलाश करने वाले इंसान की मिसाल उस मक्खी की तरह है
जो सारे खूबसूरत जिस्म को छोडकर केवल जख्म पर ही बैठती है…
अब ये हसरत है कि सीने से लगाकर तुझको
इस क़दर रोऊँ की आंसू आ जाये
अब तो मज़हब कोई ऐसा भी चलाया जाए,
जिसमें इंसान को इंसान बनाया जाए|