“तुम्हारी सेल्फ रेस्पेक्ट ही तुम्हारी प्राथमिकता होनी चाहिए… फीलिंग्स और लोग तो आते जाते रहते है…!!”
“तुम्हारी सेल्फ रेस्पेक्ट ही तुम्हारी प्राथमिकता होनी चाहिए…
फीलिंग्स और लोग तो आते जाते रहते है…!!”
पापा को अपने आज क्या उपहार दू,
तोहफे दे फूलों के या गुलाबों का हार दू,
हमारी जिंदगी में जो है सबसे प्यारे,
उन पर तो अपनी जिंदगी ही वार दू।
अच्छाई और बुराई दोनों हमारे अंदर हैं
जिसका अधिक प्रयोग करोगे वो उभरती व निखरती जायगी
अगर आप नेक इंसान हो और लोग आपको बुरा कहे तो चलेगा,
क्यूँकि यह इससे कही अच्छा है कि तुम बुरे हो और लोग तुम्हें अच्छा कहे.
अब तो मज़हब कोई ऐसा भी चलाया जाए,
जिसमें इंसान को इंसान बनाया जाए|