“जीवन के हर क्षेत्र में,एक नए स्तर के संतुलनऔर क्षमता को प्राप्त करना योग है।”
एक नए स्तर के संतुलन
और क्षमता को प्राप्त करना योग है।”
अँधेरा चाहे कितना भी घना हो लेकिन
एक छोटा सा दीपक अँधेरे को चीरकर प्रकाश फैला देता है
वैसे ही जीवन में चाहे कितना भी अँधेरा हो जाये
विवेक रूपी प्रकाश अन्धकार को मिटा देता है
अमर वही इंसान होते हैं
जो दुनियां को कुछ देकर जाते हैं
मुझे नहीं पता ऊपर वाले ने
तकदीर में क्या लिखा है,
जब मुस्कुराते है मेरे पापा मुझे देख कर
समझ जाता हूँ कि मेरी तकदीर बुलंद है।
इच्छाओं को थोड़ा घटाकर देखिए
आपको खुशियों का संसार नज़र आएगा