जिसकी नीति अच्छी होगी,
उसकी हमेशा उन्नत होगी,
“मैं श्रेष्ट हूँ”… यह आत्मविश्वास है,
लेकिन
“सिर्फ मैं ही श्रेष्ट हूँ”…यह अहंकार है।
संकट के समय धैर्य धारण करना
मानो आधी लड़ाई जीत लेना है
दुनिया में सब चीज मिल जाती है,….
केवल अपनी गलती नहीं मिलती…..
मुसीबत में अगर मदद मांगो तो सोच कर मांगना क्योकि…
मुसीबत थोड़ी देर की होती है और एहसान जिंदगी भर का..!!