पहली नशा मेरी अच्छी थी चाय है
या चाय ही रहेगी हर बात में मोहब्बत को बीच में ना लाओ
Good morning
आपकी यादें भी हैं, मेरे बचपन के खिलौनो जैसी ..
तन्हा होते हैं तो इन्हें ले कर बैठ जाते हैं…!
हमारे हर सवाल का सिर्फ एक ही जवाब आया,
पैगाम जो पहूँचा हम तक बेवफा इल्जाम आया।
नहीं चाहिए वो सब जो मेरी किस्मत में नहीं,
भीख मांग कर जीना मेरी फितरत में नहीं ।
वो शायद मतलब से मिलते हैं,
मुझे तो मिलने से मतलब है.!