प्रेम से सनी मिट्टी में ही...,,
विरह के पुष्प उगते हैं ...
Valentine-Valentine Karte RaheValentine Ke Din Ko Tarstae RaheWo Mohabbat Ka Din Aakar Chala GeyaHum Har Saal Ki Tarah akele hi Haath Malte Rahe!
ज़ुल्म इतना ना कर के लोग कहे तुझे दुश्मन मेरा…!!
हमने ज़माने को तुझे अपनी “ जान ” बता रक्खा है…!!
हर वक्त फिजाओं में महसूस करोगे तुम
मैं प्यार की खशबू हूँ महकूँगी जमाने तक
एहसान करो तो दुआओ में मेरी मौत मांगना
अब जी भर गया है जिंदगी से !
एक छोटे से सवाल पर
इतनी ख़ामोशी क्यों ….?
बस इतना ही तो पूछा था-
“कभी वफ़ा की किसी से…