हँसना-हँसाना चलता रहेगा ,रूठना -मनाना चलता रहेगा lबस आप रहना साथ ,ये खूबसुरत अफसाना चलता रहेगा l
Magar
rani sirf badsah ki hi hoti haii..
ऐ बेदर्द… सब आ जातें हैं यूँ ही मेरी ‘ख़ैरियत’ पूछने…अगर तुम भी पूछ लो तो यह ‘नौबत’ ही न आए.
उठाये जो हाथ उन्हें मांगने के लिए,
किस्मत ने कहा, अपनी औकात में रहो।
Diwangi har raz khol deti hai,
Khamosi bhi har baat bol deti hai,
Shikayat hai muze sirf is dunia se,
Jo dil ke jazbat bhi paiso se tol detihai.