किसी ने सालों साल लगा दिए “सफल” होने के लिए…
और लोगों को “सिर्फ दो मिनट” लगे ये कहने में…
कि उसकी “किस्मत” कितनी अच्छी है…
Good Night
नफरत को मोहब्बत की आँखों में देखा,
बेरुखी को उनकी अदाओं में देखा,
आँखें नम हुईं और मैं रो पड़ा…
जब अपने को गैरों की बाहों में देखा।
Khyalon mein wahi, sapno mein wahi, Lekin unki yaadon mein hum the hi nahi, Hum jaagte rahe duniya soti rahi, Ek baarish hi thi, jo humare sath roti rahi.
सिसक कर पूछती हैमुझसे ये तनहाईय़ाजो बड़े हमदर्द थे तेरेआखिर वो बेबफाई कैसे कर गये.
सिसक कर पूछती है
मुझसे ये तनहाईय़ा
जो बड़े हमदर्द थे तेरे
आखिर वो बेबफाई कैसे कर गये.
हम हवा नहीं जो खो कही जायेंगे,
वक़्त नहीं जो गुज़र जायेंगे,
हम मौसम नहीं जो बदल जायेंगे,
हम तो आंसू है जो ख़ुशी और
गम दोनों में साथ निभाएंगे.