लिख रहा हूँ मैं अंजाम, जिसका कल आगाज आएगा,मेरे लहू का हर एक कतरा इंकलाब लाएगा.
लिख रहा हूँ मैं अंजाम, जिसका कल आगाज आएगा,
मेरे लहू का हर एक कतरा इंकलाब लाएगा.
होता है होश तो तुम नही रहतेहोते हो तुम तो होश नही रहता !!
होता है होश तो तुम नही रहते
होते हो तुम तो होश नही रहता !!