इस दुनिया में कोई किसी का हमदर्द नहीं होता
लोग जनाजे के साथ भी होते हैं
तो सिर्फ अपनी हजिरी गीनवाने के लिए
सिसक कर पूछती हैमुझसे ये तनहाईय़ाजो बड़े हमदर्द थे तेरेआखिर वो बेबफाई कैसे कर गये.
सिसक कर पूछती है
मुझसे ये तनहाईय़ा
जो बड़े हमदर्द थे तेरे
आखिर वो बेबफाई कैसे कर गये.