ऐसी क्या कशिश है.....
तेरे दीदार में हर रात जागना पड़ता है ..
सुबह के इंतजार में..!!
देखकर मेरी आँखें एक फकीर कहने लगा,
पलकें तुम्हारी नाज़ुक है,
खवाबों का वज़न कम कीजिये...!
जब रात को आपकी याद आती हैसितारों में आपकी तस्वीर नज़र आती हैखोजती है निग़ाहें उस चेहरे कोयाद में जिसकी सुबह हो जाती है !!!
मैं आप के बारे में सोच रहा था,
और मुझे आश्चर्य हुआ कि आप
कितनी देर तक मेरे ज़हन में थे
तब मुझे एहसास हुआ: जबसे आप
मुझे मिले, आपने कभी मेरा साथ नहीं छोड़ा!!
तुम इक घड़ी, इक पल, इक लम्हा..मेरे साथ बिताने का वादा तो करो..मैं हँस कर कई साल, कई सदियाँ...कई जिंदगी तुम्हारा इंतजार कर लूँगा.!!