अपनी दुआओं में वो मेरी जिक्र करता है,वो भाई जो खुद से पहले बहन की फ़िक्र करता है.
किसी के ज़ख़्म पर चाहत से पट्टी कौन बाँधेगा,
अगर बहनें नहीं होंगी तो राखी कौन बाँधेगा?
रक्षा बंधन की शुभ कामनाएँ!