भगवाना भोले नाथ की कृपा से पूरे होते है सब काम,नाग पंचमी के शुभ अवसर पर मेरा कोटि-कोटि प्रणाम.
सिसक कर पूछती हैमुझसे ये तनहाईय़ाजो बड़े हमदर्द थे तेरेआखिर वो बेबफाई कैसे कर गये.
सिसक कर पूछती है
मुझसे ये तनहाईय़ा
जो बड़े हमदर्द थे तेरे
आखिर वो बेबफाई कैसे कर गये.