गुरू बिना ज्ञान कहाँ,उसके ज्ञान का न अंत यहाँ,गुरू ने दी शिक्षा जहाँ,उठी शिष्टाचार की मूरत वहां।
होता है होश तो तुम नही रहतेहोते हो तुम तो होश नही रहता !!
होता है होश तो तुम नही रहते
होते हो तुम तो होश नही रहता !!