ग़ालिब ने खूब कहा है ऐ चाँद तू किस मजहब
का है ईद भी तेरी और करवाचौथ भी तेरा
चंदन की लकड़ी फूलों का हार,अगस्त का महीना सावन की फुहार,भैया की कलाई बहन का प्यार,मुबारक हो आपको रक्षा-बंधनका त्यौहार।
आप दोनों की जोड़ी कभी न टूटे,आप एक दूसरे
से कभी न रूठें, आप दोनों की खुशियाँ,एक पल के
लिए भी न छूटे,शुभ करवा चौथ.