क्यो ना करूं गुरूर मै अपने आप पर,
मुझे उसने चाहा जिसके चाहने वाले हजार थे.
उन घरो में जहाँ मिट्टी के घड़े रहते हैं,
कद में छोटे हो, मगर लोग बड़े रहते हैं.