बातें तो हर कोई समझ लेता है
हमसफर ऐसा हो जो खामोशी भी समझे
आँख से दूर न हो दिल से उतर जाएगा
वक़्त का क्या है गुज़रता है गुज़र जाएगा
ख्वाहिशों के समंदर के सब मोती तेरे नसीब हो,तेरे चाहने वाले हमसफ़र तेरे हरदम करीब हों,कुछ यूँ उतरे तेरे लिए रहमतों का मौसम,कि तेरी हर दुआ, हर ख्वाहिश कबूल हो।
मुझे तलाश हैं एक रूह की, जो मुझे दिल से प्यार करे
वरना इंसान तो पेसो से भी मिल जाया करते हैं |
गगन से भी ऊंचा मेरा प्यार हैतुझी पर मिटूंगा ये इकरार हैतू इतना समझ ले मेरे हमसफ़रतेरे प्यार से मेरा संसार है