सुप्रभात ए सूरज मेरे अपनों को ये पैगाम देना,
खुशियों का दिन हंसी की शाम देना!
जब कोई पढ़े प्यार से मेरे इस पैगाम को,
तो उनको चेहरे पर प्यारी सी मुस्कान देना!!
गुड मॉर्निंग जी
Ujalon mein reh kar andhera mangta hoon
Raat ki chandni se savera mangta hoon
Daulat shohrat ki nahi jarurat
Main to har sans me tera basera mangta hu.
ऐ हसीन चाँद मेरे दोस्त को एक तोहफा देना,
लाखो तारों की सजी महेफिल संग रोशनी करना,
तुम छुपा लेना अँधेरे को ऐसे,
हर रात के बाद एक खुबसूरत सँवेरा देना.
कुछ लम्हों की ज़िन्दगी है, ज़ी लो इसे खुशनसीबों के जैसा,
महकते रहो सदा फूलों के जैसा, अगर बिखरो तो बिखरो खुशबू के जैसा।
शुभ प्रभात..
सुबह-सुबह सूरज का साथ हो,
गुनगुनाते परिंदों की आवाज़ हो,
हाथ में चाय का कप, और यादों में कोई ख़ास,
उस खूबसूरत सुबह की पहली याद आप हो।