उड़ने में बुराई नहीं है, आप भी उड़ें..
लेकिन उतना ही जहाँ से जमीन साफ़ दिखाई देती हो।
क्रोध हवा का वह झोंका है
जो बुद्धि के दीपक को बुझा देता है
रिश्ते चाहे कितने ही बुरे हो उन्हें
तोड़ना मत क्योंकि पानी चाहे
कतना भी गंदा हो अगर
प्यास नहीं बुझा सकता
पर आग तो बुझा सकता है
“लोग क्या कहेंगे”- ये बात इंसान को आगे नहीं बढ़ने देती
अमर वही इंसान होते हैं
जो दुनियां को कुछ देकर जाते हैं
दुःख में इंसान ईश्वर को याद करता है लेकिन सुख में इंसान ईश्वर को भूल जाता है।
अगर सुख में भी इंसान ईश्वर के करीब रहे तो दुःख ही क्यों हो