इंसान एक दुकान है और जुबान उसका ताला.. ताला जब खुलता है
तब मालूम होता है कि, दुकान सोने की है या कोयले की…
मीठी जुबान, अच्छी आदतें,
अच्छा व्यवहार और अच्छे लोग, हमेशा सम्मानित होते हैं।
अगर भरोसा उपरवाले पर है,
तो लिखा तक़दीर में है वही पाओगे,
मगर भरोसा अगर खुद पर है,
वाही पाओगे जो आप चाहते हो।
सफलता की कहानियां मत पढ़ो
उससे आपको केवल एक सन्देश मिलेगा।
असफलता की कहानियां पढ़ो उससे आपको
सफल होने के कुछ विचार मिलेंगे।
बात वफ़ाओ की होती, तो कभी न हारते,
बात नसीब की थी, कुछ ना कर सके।