अंदाजे से न नापिये किसी इंसान की हस्ती,
ठहरे हुए दरिया अक्सर गहरे हुआ करते हैं..
कोई वादा ना कर, कोई ईरादा ना कर!
ख्वाईशो मे खुद को आधा ना कर!
ये देगी उतना ही, जितना लिख दिया खुदा ने!
इस तकदीर से उम्मीद ज़्यादा ना कर!
मीठी जुबान, अच्छी आदतें,
अच्छा व्यवहार और अच्छे लोग, हमेशा सम्मानित होते हैं।
बुराई को देखना और सुनना ही
बुराई की शुरुआत है
संकट के समय धैर्य धारण करना
मानो आधी लड़ाई जीत लेना है