उनको डर है कि हम उनके लिए जान नहीं दे सकते,
और मुझे खौफ है की वो रोयेंगे बहुत मुझे आजमाने के बाद.
हुकुमत वो ही करता है जिसका दिलो पर राज हो!!
वरना यूँ तो गली के मुर्गो के सर पे भी ताज होता है!!
दुनिया में तो चार दिन के मेहमान है,तो आखिर क्यों इतना परेशां इंसान है,मिटटी से बने है मिटटी में मिल जाना है,तो फिर किस बात का अभिमान है।