ना जियो धर्म के नाम पर, ना मरो धर्म के नाम पर,
इंसानियत ही है धर्म वतन का बस जियों वतन के नाम पर।
DESH bahkto ki balidaan se,
SWATNATRA huye hai hum..
koi puche kon ho,
to GRAV se kahenge.
Bhartiya hai hum…
वतन हमारा ऐसा कोई न छोड़ पाये,रिश्ता हमारा ऐसा कोई न तोड़ पाये,दिल एक है एक है जान हमारी,हिंदुस्तान हमारा है हम इसकी शान है.
आओ झुक के सलाम करें उनको,जिनके हिस्से में ये मुकाम आता है,खुशनसीब होता है वो खून,जो देश के काम आता है.
तुझको नमन ऐ मेरे वतन, महिमा तेरी मैं क्या कहूं?
तेरे गुणों का गुणगान, मैं हरदम यूं ही करती रहूं।
गणतंत्र दिवस की शुभकामनाएं