तैरना है तो समंदर में तैरो नदी नालों में क्या रखा है,
प्यार करना है तो वतन से करो इस बेवफा लोगों में क्या रखा है।
गणतंत्र दिवस की शुभकामनाएं
क्यों मरते हो यारो सनम के लिए,ना देगी दुप्पटा कफ़न के लिए,मरना है तो मारो वतन के लिए,तिरंगा तो मिलेगा कफ़न के लिए.
Kuchh Nasha TIRANGE ki Aan kaa hai,
Kuchh Nasha MATRABHUMI ki Shaan ka hai,
Lahrayenge Hum har Jagah yeh TIRANGA,
Nasha Yeh HINDUSTAN ki Shaan kaa hai.
वतन हमारा ऐसा कोई न छोड़ पाये,रिश्ता हमारा ऐसा कोई न तोड़ पाये,दिल एक है एक है जान हमारी,हिंदुस्तान हमारा है हम इसकी शान है.
आओ झुक के सलाम करें उनको,जिनके हिस्से में ये मुकाम आता है,खुशनसीब होता है वो खून,जो देश के काम आता है.