बेवक्त बेवजह बेसबब सी बेरुखी तेरी
फिर भी बेइंतहा तुझे चाहने की बेबसी मेरी
आलम तो ये न था कि दूरियाँ इतनी बढ़ जाये,पर बेक़रारी ने तो हद कर दी।
आलम तो ये न था कि दूरियाँ इतनी बढ़ जाये,
पर बेक़रारी ने तो हद कर दी।