सारे दिन आदमी को घर में
बनियान में देख के पत्नियों ये
समझने लगती है कि
उनकी शादी किसी दिहाड़ी मजदूर से हुई है
और उसी हिसाब से काम बताती है
आज कामवाली बाई पिछले काम के पैसे लेने आयी,
पत्नी बोली – देख हमारा फर्स आज कितना चमक रहा है
कामवाली – मरद का हाथ तो मरद का ही होता है न मेमसाब
सभी से अनुरोध है
कि कृपया कोई अफवाह उड़ाने या फैलाने का कारक न बनें। सरकार ने गुस्से में आकर नेट भी बंद कर दिया तो चिड़ी उड़-तोता उड़ खेलने के अलावा कोई विकल्प नहीं बचेगा।
जनहित में जारी
क्या करें कहां जाएं,
यह तो जिंदगी भर का
रोना
है
घर में बैठी है शेरनी, बाहर कोरोना है