“मैंने कभी भी किसी अपने को खुद से दूर नहीं किया
बस जिसका दिल भरता गया वो खुद हमसे दूर होता गया।”
शत्रु को सदैव भ्रम में रखना चाहिए ।
जो उसका अप्रिय करना चाहते हो तो उसके साथ सदा मधुर व्यवहार करो
उसके साथ मीठा बोलो । शिकारी जब हिरण का शिकार करता है
तो मधुर गीत गाकर उसे रिझाता है, और जब वह निकट आ जाता है,
तब वह उसे पकड लेता है
पाप एक प्रकार का अँधेरा है,
जो ज्ञान का प्रकाश होते ही मिट जाता है
संकट के समय धैर्य धारण करना
मानो आधी लड़ाई जीत लेना है
आकाश से ऊँचा कौन – पिता
धरती से बड़ा कौन – माता