सफर वही तक जहाँ तक तुम हो,नज़र वही तक जहाँ तक तुम हो,वैसे तो हज़ारों फूल खिलतें हैं गुलशन में मगर,खुशबू वही तक जहाँ तक तुम हो।
मुक्तसर सी ज़िन्दगी है मेरी तेरे साथ जीना चाहता हूँ,कुछ नहीं मांगता खुदा से बस तुझे मांगता हूँ.
लड़का:
डैड मम्मी नहीं है घर पे,
आ जाओ कुछ तो करेंगे मिलके….
लड़की:
तू रहने दे कमीने,
ऐसे ही एक बार बुला के बरतन धुलवाया था मुझसे!!