कल चाहे कितना भी बुरा था, बीत गया।
आपको नई सुबह की शुभकामनाएं।
अच्छाई और बुराई दोनों हमारे अंदर हैं
जिसका अधिक प्रयोग करोगे वो उभरती व निखरती जायगी