खुदा को माफी है
तू दे दिया इतना काफी है
Kitnaa khouf hota hai shaam ke andheroo mein,
Poonch un parindoo se jin ke ghar nahi hote.
वादे पे वो ऐतबार नहीं करते,हम जिक्र मौहब्बत सरे बाजार नहीं करते,डरता है दिल उनकी रुसवाई से,और वो सोचते हैं हम उनसे प्यार नहीं करते |
बीते वर्ष को विदा इस कदर करते हैं,
जो कभी नहीं किया वो भी कर गुज़रते हैं,
नये वर्ष के आने की खुशिया तो सब मिलके मानते है,
हम इस बार बीत गए वर्ष के यादों की ख़ुशी मनाते हैं.
HAPPY NEW YEAR 2021
Is qadarr tora hai mujhe uss ke bewafayi ne "ghalib"
Ab koi agar pyar se bhi dekhahai to bikhar jata hoon main.