अगर आप अपने पिता जी की नहीं सुन रहे हैं …
तो आप
अखिलेश हैं
अगर आप अपने माता जी की नहीं सुन रहे हैं …
राहुल हैं
अगर आप किसी की भी नहीं सुन रहे हैं …
नरेंद्र मोदी हैं
अगर आपकी कोई नहीं सुन रहा है …
केजरीवाल हैं!
चुनाव को लेकर चार लाइन लिखी, जो बहुत जरूरी भी है..
तुम मेरी बात पे चेहरा उदास मत करना,
इधर की सुनके, उधर जाके बात मत करना,
चुनाव चार दिन के है, ताल्लुक़ जिन्दगी भर के..
किसी भी दोस्त से रिश्ता खराब मत करना।
चुनाव को लेकर चार लाइन लिखी, जो बहुत जरूरी भी है..तुम मेरी बात पे चेहरा उदास मत करना,इधर की सुनके, उधर जाके बात मत करना,चुनाव चार दिन के है, ताल्लुक़ जिन्दगी भर के..किसी भी दोस्त से रिश्ता खराब मत करना।