जब भी मैं बुरे समय से घबराती हूँ,
मेरी पहाड़ों वाली माता की आवाज आती हैं
रुक मैं अभी आती हूँ।
जय माता दी
❝ माँ को देख खुशियों से भर गया मेरा संसार,कितना सुंदर सजा है देखों माँ कर दरबार,जन-जन का मन अब तो हर्षित है,नन्हें-नन्हें कदमों से माँ आये आपके द्वार। ❞नवरात्रि की शुभ कामनाएं