रंग बिरंगे मौसम में सावन की घटा छाई हैं,
खुशियों की सौगात लेकर बहना राखी बांधने आई हैं.
किसी के ज़ख़्म पर चाहत से पट्टी कौन बाँधेगा,
अगर बहनें नहीं होंगी तो राखी कौन बाँधेगा?
रक्षा बंधन की शुभ कामनाएँ!