शहीदों के त्याग को हम
बदनाम नही होने देंगे,
भारत की इस आजादी की
कभी शाम नही होने देंगे।
स्वतंत्रता दिवस मुबारक हो
लिख रहा हूं मैं अजांम जिसका कल आगाज आयेगा, मेरे लहू का हर एक कतरा इकंलाब लाऐगा ,मैं रहूँ या ना रहूँ पर ये वादा है तुमसे ,मेरा कि मेरे बाद वतन पर मरने वालों का सैलाब आयेगा|
Sarfaroshi ki tamanna ab hamaare dil mein hai
Dekhna hai zor kitna baazu-e-qaatil mein hai
Kuch nasha “TIRANGE” ki aan ka hai,
Kuch nasha “MATRA BHUMI” ki shan ka hai,
Hum lehrayenge har jagah ye “TIRANGE”,
Nasha ye hindustan ka hai....
जब इश्क और क्रांति का अंजाम एक ही है तो राँझा बनने से अच्छा है भगतसिंह बन जाओ