एक आदत सी….
बन गई हो आप..
जिन्दगी आप के संग गुजरे ना गुजरे..
मगर आपको ख्यालों में..
क्या खूब गुजरती है..
ये कैसा सरूर है तेरे इश्क का मेरे मेहरबाँ,
सँवर कर भी रहते हैं बिखरे बिखरे से हम!
कुछ यूँ उतर गए हो मेरी रग-रग में तुम,कि खुद से पहले एहसास तुम्हारा होता है।
Twinkle Twinkle little star,
you are my pehla orakhri
pyar..!
रात है काफ़ी, ठंडी हवा चल रही है,
याद में आपकी किसी की मुस्कान खिल रही है,
उनके सपनो की दुनिया में आप खो जाओ,
आँख करो बंद ओर आराम से सो जाओ