ना आसमान चाहता हूं ना चांद चाहता हूं
मै तो तेरी बाहो मे सोना चाहता हूं !
Good Night
जाने उस शख्स को कैसे ये हुनर आता है,रात होती है तो आँखों में उतर आता है,मैं उस के खयालो से बच के कहाँ जाऊं,वो मेरी सोच के हर रस्ते पे नजर आता है !
हो चुकी रात अब सो भी जाइएजो हैं दिल के करीब उनके ख्यालों में खो जाइएकर रहा होगा कोई इंतज़ार आपकाख़्वाबों में ही सही उनसे मिल तो आइये.
ए पलक तु बन्द हो जा,ख्बाबों में उसकी सूरत तो नजर आयेगी,इन्तजार तो सुबह दुबारा शुरू होगी,कम से कम रात तो खुशी से कट जायेगी|
सितारों से भरी इस रात में,जन्नत से भी खूबसूरत ख्वाब आपको आये,इतनी हसीन हो आने वाली सुबह की,मांगने से पहले ही आपकी हर मुराद पूरी हो जाये.गुड नाईट